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नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ ही जहरीली हवा का लेवल लगातार पीक पर बना हुआ है। इस बीच सोशल मीडिया पर प्रदूषण की वजह से राजधानी को दिल्ली से शिफ्ट कर किसी दूसरे राज्य ले जाने को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है। दरअसल, यह चर्चा कांग्रेस नेता शशि थरूर के ट्वीट के बाद शुरू हुई है। शशि थरूर ने दिल्ली की जहरीली हवा की तुलना दुनिया के प्रदूषण से तुलना करते हुए राजधानी बदलने का संदर्भ दिया था।तो कहां बनेगी नई राजधानी
सोशल मीडिया पर राजधानी को शिफ्ट करने को लेकर लोगों की राय बंटी हुई है। कुछ लोग राष्ट्रीय राजधानी को दिल्ली से चेन्नई ले जाने की बात भी कर रहे हैं। एक यूजर @dharanisalem ने लिखा कि राजधानी को चेन्नई ले जाया जाना चाहिए। ये भारत का सबसे सुरक्षित और सबसे साफ शहर है। राजधानी को चेन्नई ले जाने से संघवाद के लिए भी चमत्कार होगा।
वहीं, कुछ यूजर्स ने अहमदाबाद का नाम सुझाया। एक यूजर @pervaizalam ने लिखा कि क्यों ना ऐसी जगहों को शॉर्ट लिस्ट किया जो देश की संभावित राजधानी हो सकती है। यूजर ने आगे लिखा कि क्यों ना इसकी शुरुआत केरल के तिरुवनंतपुरम से की जाए। वहीं, एक यूजर @KhabriBossLady ने लिखा कि देश की राजधानी को हैदराबाद शिफ्ट करने का समय आ गया है।
राजधानी बदलने का आधार क्या है?
हालांकि, राजधानी बदलने का कदम अभूतपूर्व नहीं होगा। 2022 में, इंडोनेशिया ने पर्यावरणीय चुनौतियों और जलवायु संबंधी चिंताओं की वजह से अपनी राजधानी को जकार्ता से नुसंतारा में शिफ्ट करने के लिए कानून पारित किया था। जकार्ता से लगभग 1,000 किमी दूर नया राजधानी शहर अभी भी निर्माणाधीन है। साल 2045 तक राजधानी के पूरी तरह से शिफ्ट होने की उम्मीद है। इसके लिए, राष्ट्रपति जोको विडोडो की सरकार ने 2.905 लाख करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया है। 2045 तक 19 लाख लोगों को नुसंतारा में शिफ्ट किए जाने की भी उम्मीद है।
तो कहां बनेगी नई राजधानी
सोशल मीडिया पर राजधानी को शिफ्ट करने को लेकर लोगों की राय बंटी हुई है। कुछ लोग राष्ट्रीय राजधानी को दिल्ली से चेन्नई ले जाने की बात भी कर रहे हैं। एक यूजर @dharanisalem ने लिखा कि राजधानी को चेन्नई ले जाया जाना चाहिए। ये भारत का सबसे सुरक्षित और सबसे साफ शहर है। राजधानी को चेन्नई ले जाने से संघवाद के लिए भी चमत्कार होगा।वहीं, कुछ यूजर्स ने अहमदाबाद का नाम सुझाया। एक यूजर @pervaizalam ने लिखा कि क्यों ना ऐसी जगहों को शॉर्ट लिस्ट किया जो देश की संभावित राजधानी हो सकती है। यूजर ने आगे लिखा कि क्यों ना इसकी शुरुआत केरल के तिरुवनंतपुरम से की जाए। वहीं, एक यूजर @KhabriBossLady ने लिखा कि देश की राजधानी को हैदराबाद शिफ्ट करने का समय आ गया है।
राजधानी बदलने का आधार क्या है?
हालांकि, राजधानी बदलने का कदम अभूतपूर्व नहीं होगा। 2022 में, इंडोनेशिया ने पर्यावरणीय चुनौतियों और जलवायु संबंधी चिंताओं की वजह से अपनी राजधानी को जकार्ता से नुसंतारा में शिफ्ट करने के लिए कानून पारित किया था। जकार्ता से लगभग 1,000 किमी दूर नया राजधानी शहर अभी भी निर्माणाधीन है। साल 2045 तक राजधानी के पूरी तरह से शिफ्ट होने की उम्मीद है। इसके लिए, राष्ट्रपति जोको विडोडो की सरकार ने 2.905 लाख करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया है। 2045 तक 19 लाख लोगों को नुसंतारा में शिफ्ट किए जाने की भी उम्मीद है।
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